Bewafa yaar matlabi pyaar.
रोहन और जीविका पिछले 5 साल से रिलेशनशिप में थे 12वीं क्लास में इन दोनों को आपस में प्यार हो गया था इन दोनों ने अपनी ग्रेजुएशन भी साथ में कंप्लीट करी थी कॉलेज के लास्ट ईयर में जीविका ने रोहन को प्रपोज किया था दिल टूट जाने के डर से रोहन ने जीविका को मना कर दिया था
matlabi duniya
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लेकिन जीविका रोहन के पीछे पड़ी रहती थी रोहन एक बहुत ही सीधा साधा लड़का था वह बस पढ़ लिखकर अपना करियर बनाना चाहता था और अपने मम्मी पापा का नाम रोशन करना चाहता था वह हमेशा कहता था कि मुझे इस सब में नहीं पड़ना मुझे बस अपने फ्यूचर पर ध्यान देना है.
लेकिन जीविका थी के मानने को तैयार ही नहीं वह तो बेचारे रोहन के पीछे हाथ धोकर पड़ चुकी थी वह बोलती थी कि आखिर मुझ में ऐसी क्या कमी है जो तुम हमेशा मुझे मना कर देते हो भाव खाते रहते हो तुम जानते हो मेरे पीछे सारे कॉलेज के लड़के दीवाने हैं मेरी एक आवाज पर यूं चुटकियों में लाइन लग जाएगी.
पता नहीं तुम अपने आप को क्या समझते हो यह सब सुनने के बाद रोहन बेचारा वहां से चुपचाप चला गया क्योंकि वह जानता था कि जीविका यह सब अपनी ईगो हर्ट होने के कारण कर रही हैं वह जानता था कि जीविका उसे कोई प्यार नहीं करती और अगले दिन जब रोहन कॉलेज से घर लौट रहा होता है.
तभी जीविका रोहन को अपनी तरफ खींच लेती है और उसे ट्रक के आगे आने से बचा लेती है रोहन जीविका को थैंक यू बोलता है और कहता है कि तुमने मेरी जान बचाई इसके लिए तुम्हारा दिल से शुक्रिया और वहां से चला जाता है इस घटना के बाद रोहन रात भर इसी बारे में सोचता रहा.
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अगले दिन सुबह जब रोहन कॉलेज जाता है तो वह देखता है कि जीविका वहां खड़ी उसका इंतजार कर रही होती है वह उसे देखते ही दोबारा से थैंक यू बोलता है और जीविका उसे बोलती है कि अगर तुम सच में मेरा शुक्रिया करना चाहते हो तो क्या हम दोस्त बन सकते हैं यह सुनने के बाद रोहन कहता है हां जरूर बन सकते हैं लेकिन सिर्फ दोस्त इससे ज्यादा और कुछ भी नहीं.
इस पर जीविका कहती है ओके खडूस अब अंदर चलें और फिर दोनों अंदर अपनी क्लास में चले जाते हैं इस तरह इन दोनों के बीच काफी अच्छी दोस्ती हो जाती है यह दोनों एक दूसरे की काफी मदद करते हैं और एक दूसरे को काफी सपोर्ट भी करते हैं लेकिन कुछ समय बाद जीविका रोहन को दोबारा से प्रपोज कर देती है.
इस बार रोहन जीविका के प्रपोजल को एक्सेप्ट कर लेता है और कहता है कि हां, मैं भी तुम्हें प्यार करने लगा हूं लेकिन प्लीज कभी मुझे धोखा मत देना कभी मुझे अकेले छोड़कर मत जाना इस पर जीविका बोलती है अरे बाबा हां, मैं तुम्हें कभी छोड़कर नहीं जाऊंगी मैं तुम्हें पक्का वाला प्रॉमिस करती हूं और कुछ समय बाद दोनों की ग्रेजुएशन कंप्लीट हो जाती है.
और यह दोनों एक कंपनी में इंटरव्यू देने के लिए जाते हैं और इन दोनों का ही सिलेक्शन इस कंपनी में हो जाता है यह दोनों बहुत खुश होते हैं कि अब हम साथ साथ ही वर्क करेंगे और साथ ही रहेंगे इसी तरह इन्हें कंपनी में काम करते हुए 1 साल बीत जाता है और 1 दिन रोहन देखता है कि जीविका इस कंपनी के ceo अमित के साथ कहीं जा रही थी.
तुरंत रोहन याचिका को फोन करके पूछता है कि तुम कहां पर हो याचिका रोहन को झूठ बोलती है और कहती है कि मैं अपने घर पर हूं रोहन यह समझ नहीं पाता कि याचिका उससे झूठ क्यों बोल रही है और वह याचिका से कुछ भी नहीं कहता वह बस इतना कहता है कि ओके ठीक है और फोन रख देता है.
कुछ दिन बाद रोहन याचिका और अमित को फिर से साथ जाते हुए देखता है लेकिन इस बार रोहन इन दोनों का पीछा करता है याचिका और अमित एक होटल में जाते हैं और कुछ समय बाद रोहन भी उस होटल में पहुंच जाता है रोहन रिसेप्शन पर जाकर पूछता है कि क्या आपके होटल में आज कोई रूम जीविका और अमित के नाम से बुक है.
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रिसेप्शनिस्ट उसे हां बोलती है और कहती है कि सर और मैम तो बिल्कुल अभी अभी अपने रूम में गए हैं रोहन वहां से रूम नंबर पूछ कर उनके रुम में जाता है और वहां उस रूम में जो रोहन देखता है उसे देखने के बाद रोहन के पैरों तले जमीन खिसक जाती है वह देखता है कि जीविका ने उसे धोखा दिया जीविका जिस हालत में वहां अमित के साथ थी, उसे देखने के बाद रोहन पूरी तरह से टूट जाता है.
और कहता है कि आखिर क्या कमी रह गई थी मेरे प्यार में तुमने तो कहा था कि कभी मुझे धोखा नहीं दोगी फिर तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया आखिर क्या कसूर था मेरा और फिर जीविका रोहन को बोलती है कि तुम बस मेरे लिए एक टाइमपास का जरिया थे जब तक मेरा दिल करा मैंने तुम्हारे साथ मन बहला लिया और जब मेरा मन भर गया तो मैंने तुम्हें छोड़ दिया इसमें क्या हो गया.
और अमित के पास इतना पैसा है कि वह तुम जैसे 10 नौकरों को यू रख लेगा समझ में आया तुम्हारी औकात अमित के आगे कुछ नहीं है अब अपना मुंह बंद करो और निकलो यहां से यह रोने धोने गिड़गिड़ा ने का ड्रामा यहां मत करो, समझे चलो निकलो यहां से यह सब सुनने के बाद रोहन को इतना तगड़ा सदमा लगा कि वह कुछ बोल ही नहीं पाया और अमित ने सिक्योरिटी गार्ड्स को बुलवाकर रोहन को होटल से बाहर फिकवा दिया.
बेचारा रोहन यह सोच भी नहीं सकता था कि जीविका उसके साथ ऐसा करेगी अपनी खुदगर्जी और लालच के कारण उसने रोहन के विश्वास की धज्जियां उड़ा दी दिल टूट जाने के बाद रोहन बहुत बुरी तरह चीख चीख कर रोता है और अपने आप से वादा करता है कि वह इस अमित से भी बहुत बड़ा आदमी बन कर वापस इस शहर में लौटेगा और वह उस शहर को छोड़कर ग्वालियर में चला जाता है.
रोहन वहां जाकर अपना एक छोटा सा बिजनेस स्टार्ट करता है जिसमें उसे खूब फायदा होता है और देखते ही देखते रोहन इस छोटे से बिजनेस को एक बड़ी कंपनी में बदल देता है और इस कंपनी की कई सारी ब्रांच देश और विदेश में जाकर खोलता है और रोहन अब एक इतना बड़ा आदमी बन चुका था कि उसने अपने नाम को ही एक ब्रांड बना दिया था.
आज रोहन इतना अमीर बन चुका था कि वह अमित जैसे 100 लोगों को खरीद सकता था और रोहन को इस मुकाम तक पहुंचाने में उसकी मदद एक अजनबी लड़की ने करी जिसका नाम सिमरन था जब रोहन टूट चुका था और उसके पास कोई भी नहीं आना चाहता था तब सिमरन ने आकर उसका हाथ पकड़ा उसका साथ दिया उसे मेंटली इमोशनली स्ट्रांग बनाया और आज इस मुकाम तक पहुंचाया.
और रोहन को एक सच्चा प्यार करने वाली जीवनसाथी मिली कुछ समय बाद दोनों शादी कर लेते हैं और एक अच्छी खुशहाल जिंदगी बिताते हैं और रोहन एक मीटिंग के लिए उसी शहर में वापस जाता है जहां उसे कुछ बुरी यादें मिली थी मीटिंग खत्म होने के बाद रोहन और उसकी वाइफ सिमरन दोनों शॉपिंग के लिए एक मॉल में घूमने जाते हैं.
और रोहन चलते-चलते सिमरन से आगे निकल जाता है और तभी उससे एक लड़की आकर टकराती है रोहन अचानक से देखता है कि वो लड़की और कोई नहीं बल्कि जीविका थी जीविका रोहन को देखकर पूछती है तुम अब कैसे हो और प्लीज मुझे माफ कर दो जो कुछ भी मैंने तुम्हारे साथ किया, उसके लिए मैं बहुत शर्मिंदा हूं.
मैंने जो कुछ भी तुम्हारे साथ किया, वही सब वापस मुझे कुदरत से मिला अमित ने कुछ समय बाद मुझे धोखा दे दिया और मुझे छोड़कर चला गया उसने मेरा इस्तेमाल किया और मुझे बीच राह में छोड़ कर चला गया मुझे मेरे बुरे कर्मों की सजा मिल चुकी है अगर हो सके तो प्लीज मुझे माफ करना.
क्या तुम दोबारा से मेरी लाइफ में वापस आ सकते हो क्या हम दोबारा से एक साथ रह सकते हैं इतने में पीछे से सिमरन आ जाती है और रोहन बोलता है इनसे मिलो ये है मेरी वाइफ जब तुम मुझे छोड़ कर चली गई थी तब इसने मुझे आकर संभाला और आज जो मैं इतना अमीर इंसान बना हूं ना वो सब कुछ बस इसकी वजह से है ये वो इंसान है जिसने मेरी जिंदगी बदल दी वरना तुमने तो कोई कसर ही नहीं छोड़ी थी मुझे बर्बाद करने में.
और अब मैं तुम्हें क्या ही बोलूं, तुम्हें तुम्हारे कर्मों की सजा पहले ही मिल चुकी है तुमने जो बोया वही तुम ने काटा और हां, अगर तुम्हें आज भी किसी तरह से मदद चाहिए हो तो मुझे बता देना और इतना कहकर रोहन और उसकी वाइफ सिमरन वहां से दोनों चले जाते हैं तो दोस्तों कर्मा एक ऐसी चीज है जो वापस से आता है आप जैसा जिसके साथ करोगे आपको वैसा ही भुगतना पड़ेगा और यह स्टोरी यही एंड होती है.
Mai aasha karta hu apko ye story pasand aai hogi.
Thank you everyone.
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